शनि से करें प्रेम - यही है सफलता की कुंजी

Chapter No. 2 - खगोल शास्त्र के अनुसार शनि

 

खगोल शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह को 29.69 वर्ष सूर्य की एक परिक्रमा पूरा करने में लगते हैं।

और जब यह पृथ्वी के सबसे करीब होता है तो इसकी दूरी करीब 744,000,000 मील होती है। और इसकी अधिकतम दूरी करीब एक खरब मील से भी अधिक है। पृथ्वी के मुकाबले शनि का गुरुत्वाकर्षण बल 108% है। शनि के करीब 61 चंद्रमा है जिनमें सबसे बड़ा है ‘टाइटन‘।

और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शनि का ताकतवर चुंबकीय बल इसके आसपास प्रवाह होने वाले ‘इलेक्ट्रिक करंट‘ से उत्पन्न होता है जो पृथ्वी तक अपना असर दिखाता है।

 
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